विशेष प्रतिनिधि द्वारा
बेगूसराय :अक्टूबर 2018 में आरा से ट्रांसफर होकर अवकाश कुमार बेगूसराय के नए एसपी बने थे। अब दिसंबर 2021 में 3 साल से ज्यादा का कार्यकाल पूरा होने के बाद उनका तबादला दरभंगा एसएसपी के रूप में किया गया है। 3 साल के इस लंबे कार्यकाल के बावजदू बेगूसराय में क्राइम का ग्राफ कभी कम नहीं हुआ। हालांकि, कुछ बड़ी डकैती, लूट कांड में पुलिस को सफलता जरूर मिली लेकिन बैंक लूट, ज्वैलरी दुकान में लूट, घरों में डकैती डबल मर्डर, होमगार्ड जवानों की हत्या, जनप्रतिनिधियों की हत्या समेत जिले में कई ऐसे मामले रहे, जिससे पुलिस पर सवाल खड़े होते रहे।
हालांकि, 3 साल के इस कार्यकाल और फिर तबादले से कुछ समय पहले अवकाश कुमार के नाम बेगूसराय में दो एके-47 बरामदगी की सफलता जरूर रही। अगर कुछ बड़े अपराधिक मामलों की बात करें तो सबसे बड़ी लूट और हत्या की घटना 12 नवंबर 2019 को हुई थी। इस घटना में गढ़हारा ओपी के ठाकुरीचक के निकट बदमाशों ने स्वर्ण आभूषण के दो व्यवसाई को गोली मारकर घायल कर और उसके ड्राइवर को गोली मारकर हत्या कर करीब 15 किलो सोना लूट लिया था। हालांकि इस मामले में पटना एसआईटी और पुलिस ने सभी लूटे गए सोने के साथ बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई में व्यवसाई ने मात्र 9 किलो सोना लूट की प्राथमिकी दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने 14 किलो सोना बरामद किया था।
एसपी अवकाश कुमार बेगूसराय में जब कार्यभार संभाला था उस वक्त कई ठोस कार्यवाही कर अपराधियों को चुनौती दी गई थी। जिसमें 12 जनवरी 2019 को हुई एक मुठभेड़ में पुलिस ने तीन कुख्यात बदमाशों को मार गिराया था। जिसका नेतृत्व खुद एसपी अवकाश कुमार कर रहे थे। चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र में एक बगीचे में पुलिस ने कुख्यात बदमाश सुमंत कुमार, धर्मा यादव और बलराम सहनी को मुठभेड़ में मार गिराया था।
किसी जिले में एक एसपी के कार्यकाल में सभी चुनाव नहीं हो पाता है, लेकिन एसपी अवकाश कुमार के लिए यह उपलब्धि मानी जाती है कि बेगूसराय में 2019 का लोकसभा चुनाव जिसमें बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह और सीपीआई से कन्हैया कुमार चुनाव मैदान में थे उस चुनाव को शांतिपूर्वक करा लिया। 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव और 2021 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का भी सफलतापूर्वक संचालन हुआ जो इनके लिए उपलब्धि मानी जाती है।
बात फरवरी 2020 की है जब लगातार बेगूसराय में अपराधिक घटनाएं घट रही थी। उस वक्त पुलिस पर कई हत्या की घटना को हादसा बताने का आरोप लगा था। सिर्फ फुलवरिया थाना क्षेत्र में 2 ऐसे मामले सामने आए जिसमें गोली मारकर हत्या होने के बावजूद पुलिस उसे सड़क दुर्घटना बता कर पोस्टमार्टम कराया, बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आई। इस बात को लेकर हत्या को हादसा बताने पर मृतक के परिजनों ने पुलिस के सामने जब विरोध किया तो पुलिस ने मृतक की बूढ़ी दादी समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में भेज दिया था। हालांकि कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई थी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह जब परिजन से मिलने पहुंचे और एसपी को फोन लगाकर अपराध बढ़ने और पुलिस पर संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए फटकार लगाई थी, उसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। बाद में एसपी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपराधियों को संरक्षण देने को साबित करने की धमकी गिरिराज सिंह को दे दी थी। उस समय काफी चर्चा में एसपी और मंत्री के बीच का विवाद हुआ था।
जिले में लगातार बैंक लूट, आभूषण दुकानों में लूट की कई घटनाओं को बदमाशों ने अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दी थी। 3 दिसंबर 2020 को गढ़हारा ओपी के ठकुरीचक में एसबीआई बैंक में दिनदहाड़े बंधक बनाकर 5 लाख रुपये लूट की घटना को अंजाम दिया था। 15 दिसंबर 2020 को फुलवरिया थाना के सामने उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक से 7 लाख रुपये लूट लिए गए। 16 दिसंबर 2020 को बीरपुर में बंधन बैंक में 7 लाख रुपये दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम दिया। अगस्त 2020 में तेघड़ा में दिनदहाड़े राजलक्ष्मी आभूषण दुकान से 3 किलो सोना लूट लिया। 19 सितंबर को भी तेघड़ा में लक्ष्मी ज्वेलर्स में लाखों रुपये की लूट हुई थी। 10 मई 2019 को बेगूसराय शहर में आरसीएमएस के कर्मी को गोली मारकर घायल कर 14 लाख रुपये की लूट की गई थी।
डकैती के दौरान कई हत्या की घटनाओं को भी बेगूसराय में अंजाम दिया गया। इसमें 5 जनवरी 2019 को महना में एक घर में डकैती के दौरान बदमाशों ने घर के मालिक राजेश कुमार की हत्या गोली मारकर कर दी थी। 24 दिसंबर 2021 को कील गांव में कांग्रेस नेता के घर डकैती के दौरान बदमाशों ने नेता की पुत्रवधू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कुछ बड़ी हत्या की घटनाओं की बात की जाए तो 16 फरवरी 2021 को सीपीआई नेता गणेश पोद्दार की हत्या नावकोठी थाना क्षेत्र के बिशनपुर में हुई थी। इसको लेकर कई बार विधानसभा में भी सवाल उठाया गया था। 5 नवंबर 2021 को लोहिया नगर में किशोर कुमार और पंकज कुमार की गोली मारकर हत्या की गई थी।
मर्डर की घटनाएं इतनी ही नहीं है, 7 अक्टूबर 2021 को तेघड़ा में होमगार्ड जवान अशोक यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 23 फरवरी 2021 को मोहनपुर गांव में होमगार्ड जवान की लूट के बाद हत्या हुई थी। नावकोठी में फरवरी 2020 में मुखिया हेमा मौर्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान कई बैंक डकैती और लूट की घटना को पुलिस ने सफलतापूर्वक खुलासा भी किया लेकिन दर्जनों हत्या के मामले आज भी अनसुलझे हुए हैं। कुल मिलाकर एसपी अवकाश कुमार के कार्यकाल में कई वारदातें हुई, जिसमें एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने कई बड़ी घटनाओं को सफलतापूर्वक खुलासा भी किया। बावजूद इसके एसपी अवकाश कुमार, क्राइम कैपिटल का दाग नहीं मिटा पाए।